इस्लामिक स्टेट (ISIS) का नाम सुनकर रूह कांप जाती है. जानिए इस आतंकवादी संगठन से जुड़ी कुछ बातें:
ISIS के नाम का मतलब
अरबी भाषा में इस संगठन का नाम है 'अल दौलतुल इस्लामिया फिल इराक वल शाम'. यानी कि 'इराक एवं शाम का इस्लामी राज्य'. अरबी भाषा में सीरिया का प्राचीन नाम शाम है.
कैसे बना इस्लामिक स्टेट
ऐसा माना जाता है कि सीरिया और इराक में अस्थिर सरकारों की वजह से इस्लामिक स्टेट वजूद में अाया. यह एक सुन्नी आतंकवादी संगठन है जो आतंकी संगठन अल कायदा से अलग होकर बना है. इसके झंडे पर लिखा है, 'अल्लाह के अलावा कोई दूसरा खुदा नहीं है.' ISIS खुद को इस्लाम का प्रचारक कहता है.
क्या चाहता है इस्लामिक स्टेट
ISIS ने अपने मुखिया को विश्व के सभी मुसलमानों का खलीफा घोषित किया है. ये आतंकी संगठन एक ऐसी जगह बनाना चाहता है जहां उनके अनुसार इस्लाम के शरिया कानून लागू हों. विश्व के मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्रों को अपने कब्जे में लेना इसका लक्ष्य है.
ISIS की पहचान
अमेरिका ने कंट्री रिपोर्ट ऑन टेररिज्म फॉर 2014 में खुलासा किया है कि अल कायदा को पीछे छोड़ कर इस्लामिक स्टेट दुनिया का सबसे खूंखार आतंकी संगठन बनता जा रहा है. आईएस का घिनौना चेहरा इसकी सबसे बड़ी पहचान है. बेकसूर लोगों और अपने विरोधियों में डर पैदा करने के लिए इस्लामिक स्टेट ने कई लोगों के सर कलम किए हैं.
कैसे बढ़ रहा है आईएस
ये आतंकी संगठन आतंक को फैलाने के लिए बड़े पैमाने पर बच्चों का भी इस्तेमाल कर रहा है. दुनिया भर से भारी संख्या में लोग इस संगठन का हिस्सा बन रहे हैं.
किनसे जुड़ा है इस्लामिक स्टेट
कुछ ही दिनों पहले नाइजीरिया में पनपे आतंकवादी संगठन बोको हराम ने ISIS के लिए अपनी वफादारी जताई थी. वहीं अल कायदा खुद को इससे अलग मानता है. इन संगठनों के बीच इस बात की होड़ है कि कौन किससे ज्यादा खतरनाक है.
कैसे ISIS से निपट रहा है विश्व
अगस्त 2014 से अमेरिका सीरिया और इराक में इस्लामिक स्टेट के ठिकानों पर हवाई हमले कर रहा है. अन्य यूरोपीय देश भी ISIS से लड़ने में साथ दे रहे हैं.