लखनऊ इनकाउंटर के बाद हर ओर यही सवाल उठ रहे हैं कि आखिर कैसे भारतीय युवा ISIS से प्रभावित हो गए. हैरानी की बात तो ये है कि इस इनकाउंटर के बाद ये बात सामने आई है कि कुछ युवा संदिग्ध तो काफी एजुकेटिड भी हैं.
लखनऊ एनकाउंटर: पुलिस ने ऐसे ट्रेस किया आतंकियों का लोकेशन
फक्र-ए-आलम
फक्र-ए-आलम दस भाई-बहनों में सबसे छोटा है. दो भाई और आठ बहनों वाले उसके परिवार में बहनें ही घर का खर्च चलाती हैं. फक्र-ए-आलम अपनी बहन के घर पर रहकर सीएचसी कॉलेज, चंडीगढ़ से बी टेक (मेकेनिकल) की पढ़ाई कर रहा था. उसके जीजा जी एयरफोर्स में अफसर हैं.
सैयद मीर हुसैन, अलियास हमजा
ये सैयद अहसान हसन का बेटा है जो पेशे से टीचर हैं. वो रिश्तेदारों को यह कहकर घर से निकला था कि इंजीनियरिंग एग्जाम की तैयारी करने के लिए कोचिंग लेने जा रहा है. पर पुलिस अधिकारियों को पता चला है कि उसे कभी कोचिंग ज्वाइन ही नहीं की.
इमरान, दानिश, फैजल
तीनों ही स्कूल टीचर के बेटे हैं. वारदात के बाद से इनके रिटायर्ड स्कूल टीचर पिता घर के बाहर नहीं निकले हैं. इनमें से इमरान पढ़ा-लिखा और प्राइवेट कंपनी में काम करता है. लोग बताते हैं कि वो अक्सर लैपटॉप और मोबाइल देखता रहता था. जबकि फैजल कोई प्रोफेशनल कोर्स कर रहा था.