मध्य प्रदेश के ट्राइबल डेवलपमेंट डिपार्टमेंट ने राज्य के 18 पैरामेडिकल कॉलेजों को छात्रवृत्ति घोटालों के लिए ब्लैकलिस्ट किया है. कॉलेजों पर आरोप है कि इन्होंने फर्जी तरीके से अनुसूचित जाति और जनजाति छात्रों के नाम पर स्कॉलरशिप प्राप्त की है.
ट्राइबल डेवलपमेंट डिपार्टमेंट के कमिशनर ने बताया कि घोटाला सामने आने के बाद इन कॉलेजों के लिए छात्रवृत्ति रोक दी गई है.
लोकायुक्त पुलिस ने अब तक 3 कॉलेजों के खिलाफ 16 मामले दर्ज कर लिए है. लोकायुक्त के डीएसपी सतीश मिश्रा ने बताया कि पैरामेडिकल कॉलेजों में SC/ST वर्ग के छात्रों के लिए दी जाने वाली छात्रवृत्ति में घोटाले की शिकायत सामने आई है.
कॉलेजों पर आरोप है कि इन्होंने फर्जी तरीके से SC/ST छात्रवृत्ति प्राप्त की है. छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाले कुछ छात्र ऐसे हैं जो इन कॉलेजों में पढ़ते ही नहीं और कुछ छात्र नौकरी करते हैं.
लोकायुक्त ने मामले को गंभीरता से लेते हुए, कॉलजों को नोटिस जारी किया है. नोटिस में कॉलेजों से 10 दिनों के अंदर जवाब मांगा गया है. साथ ही तीन साल में दी गई छात्रवृत्ति की लिस्ट भी मांगी गई है.
पुलिस ने बताया कि सरकारी अधिकारियों की मिलिभगत से कॉलेज प्रशासन के लोग फर्जी लोगों के नाम से एकाउंट बनाकर पैसों को ट्रांसफर कराते थे.