महाराष्ट्र राज्य बोर्ड के स्कूलों में एजुकेशन की क्वॉलिटी को सुधारने के लिए एक एकेडमिक सेशन में तीन एग्जाम आयोजित किए जाएंगे.
राज्य के शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े ने विधान परिषद् में प्रश्नकाल के दौरान कहा कि राज्य बोर्ड के स्कूलों में तीन एग्जाम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें एक कॉमन एग्जाम बोर्ड परीक्षा होगी.
तावड़े ने कहा कि आरटीई (शिक्षा का अधिकार) अधिनियम की गलत व्याख्या की गई है जिस कारण कई स्कूलों ने एग्जाम आयोजित करने बंद कर दिए हैं.उन्होंने बताया कि हर साल तीन एग्जाम लिए जाएंगे जिसमें एक इंटरनल टेस्ट और दूसरा बेसिक टेस्ट शामिल हैं.
यह कदम राज्य की एजुकेशन की क्वॉलिटी को सुधारने के लिहाज से उठाया गया है. सरकार इसके अलावा स्कूलों की पर्फोर्मेंस सुधारने के लिए कई और कदम उठाने पर विचार कर रही है. उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि इस बारे में सभी दिशा-निर्देश स्कूलों को जल्द ही जारी कर दिए जाएंगे.
-इनपुट भाषा