ऐसे समय में जब हमारे देश और उसके अलग-अलग राज्यों में शिक्षा और नौकरियों के स्तर पर रिजर्वेशन को लेकर तकरार चल रही हो. ठीक उसी समय महाराष्ट्र सरकार ने युवाओं के लिए लाखों नौकरियों की घोषणा की है.
महाराष्ट्र प्रांत के मुखिया देवेंद्र फडनवीस ने दिवंगत मथाड़ी नेता अन्नासाहेब पाटिल की 83वें जयंती के मौके पर कई वेलफेयर स्कीम घोषित किए. वे मथाड़ी कामगारों को नवी मुंबई में संबोधित कर रहे थे. इसके अलावा उन्होंने प्रशासनिक और राजनीतिक स्तर पर सुधार के लिए कई शॉर्ट और लॉन्ग टर्म प्लान भी घोषित किए हैं.
क्या रहे इस स्टेटमेंट के मुख्य बिंदु:
1. राज्य सरकार 5 लाख युवाओं को रोजगार के मौके देगी
2. यह मौके स्किल डेवलपमेंट के तहत मिलेंगे.
3. एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के अनुसार फडनवीस कहते हैं कि वे मराठा कम्यूनिटी से 5 लाख युवाओं के लिए रोजगार की व्यवस्था करेंगे.
4. मुख्यमंत्री ने इसके बाबत क्रांति मराठा मोर्चा को सरकार से संवाद के लिए आमंत्रित किया है.
5. वे ग्रामीण गरीबी और कृषि की दिक्कतों को लेकर सरकार चिंतित है और सरकार अलग-अलग समुदाय के साथ जिला स्तर पर संवाद स्थापित करेगी.
5. सरकार इसे लेकर मंत्रियों का सब-ग्रुप और पार्टी लाइन के इतर जिला स्तर पर प्रतिनिधि चुनेगी.
रिजर्वेशन पर फणनवीस ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री कहते हैं कि उनकी सरकार ने मराठा रिजर्वेशन को लेकर कानून पास कर दिया है. हालांकि, मामला कोर्ट में है. उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने मराठा रिजर्वेशन के बाबत 1,200 डॉक्यूमेंट जुटाए हैं.
वे आगे कहते हैं कि सरकार मराठा युवाओं की व्यापक समस्याओं के मद्देनजर प्राइवेट सेक्टर को भी उनके लिए खोलने के प्रयास में है.
सरकार द्वारा सरकारी कॉलेजों (6000) में प्रस्तावित 15 फीसद रिजर्वेशन से कुल 900 सीटें पैदा होंगी.
इसके अलावा सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मथाड़ी कामगारों के लिए आवास बनाएगी.
अंत में वे कहते हैं कि प्रदेश के भीतर स्थापित 1.47 लाख प्राइवेट संस्थान गरीब मराठाओं को ऊंची फीस की वजह से स्थान नहीं दे रहे.