भारत में वैसे तो न जाने कितने ही विश्वविख्यात चिकित्सक हुए. उसमें चरक और सुश्रुत अग्रणी हैं लेकिन भारत में होम्योपैथ को बढ़ावा देने का श्रेय महेंद्रलाल सरकार को जाता है. वे साल 1833 में 2 नवंबर को ही जन्मे थे.
1. उन्होंने साल 1876 में फादर यूजेन लफॉ के साथ मिलकर इंडियन एसोसिएशन फॉर द कल्टिवेशन ऑफ साइंस की नींव रखी. यह देश का सबसे पुराना रिसर्च इंस्टीट्यूट है.
2. वे बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय, रामकृष्ण परमहंस और त्रिपुरा के महाराजा जैसे दिग्गजों के डॉक्टर थे.
3. कलकत्ता मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई के दौरान अपने सहपाठियों को ऑप्टिक पर लेक्चर देने का न्योता उन्हें कई बार मिला.
4. ब्रिटिश मेडिकल एसोसिएशन की एक बैठक में होम्योपैथ को पश्चिमी इलाज से बेहतर बताया था.
5. उन्होंने दवाओं से जुड़कर पारंपरिक यूरोपीय अध्ययन करने के बावजूद होम्योपैथ में ज्यादा यकीन दिखाया.