शास्त्रों के अनुसार मकर संक्रांति के साथ ही 14 जनवरी को सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है. लोग इस दिन गुड़-तिल खाते हैं और पतंग उड़ाते हैं.
लेकिन क्या आपको पता है कि मकर संक्रांति को देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग नाम से मनाया जाता है. यही नहीं दुनिया के कई दूसरे देश भी मकर संक्रांति मनाते हैं . जानिये किन-किन नामों से यह त्यौहार पूरे भारत में मनाया जाता है और भारत के अलावा कौन से देश हैं, जो 14 जनवरी को मकर संक्रांति मनाते हैं...
तमिलनाडु में लोग इसे थाई पोंगल कहते हैं.
गुजरात में इसे उत्तरायण के नाम से मनाया जाता है.
असम में मकर संक्रांति को बिहु कहा जाता है.
उत्तर प्रदेश और पश्चिमी बिहार में इसे खिचड़ी का नाम दिया गया है. इस दिन लोग अपने घर में
खिचड़ी बनाते हैं.
पश्चिम बंगाल में मकर संक्रांति को पौष संगक्रांति कहा जाता है.
कर्नाटक में मकर संकरमणा.
कश्मीर में भी मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनाई जाती है पर इसे वहां शिषिर सांक्रात के नाम से
बुलाया जाता है.
आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि विदेशों में भी 14 जनवरी को अलग-अलग नामों से मकर संक्रांति मनाई जाती है.
बांग्लादेश में 14 जनवरी को पौष संगक्रांति के नाम से मनाया जाता है.
वहीं थाईलैंड में सांग्कर्ण के नाम से लोग संक्रांति मनाते हैं.
लाओस में भी लोग संक्रांति मनाते हैं, पर पी मा लाओ के नाम से.
नेपाल भारतीय सभ्यताओं से बहुत ज्यादा प्रभावित होता है. वहां इसे लोग माघ संक्रांति/माघी/खिचड़ी
संक्रांति के नाम से मनाते हैं.
कंबोडिया में भी लोग संक्रांति मनाते हैं. वहां के लोग इसे मोहा संगकर्ण कहते हैं.
श्रीलंका में लोग संक्रांति को पोंगल/उझावर थिरुनाल के नाम से मनाते हैं.