पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने गुरुवार को दिल्ली सरकार के स्कूलों के प्रिंसिपल और टीचर्स से मुलाकात के दौरान स्कूलों में स्किल डेवलपमेंट पर जोर दिए जाने की बात कही.
उन्होंने कहा कि स्टूडेंट्स को ऐसी एजुकेशन सिस्टम ऐसा होना चाहिए कि 12 वीं पास करने के बाद स्टूडेंट्स के पास कम से कम दो डिग्री हाथ में हो. एक शैक्षिक योग्यता की और दूसरी स्किल डेवलपमेंट की.
मिसाइल मैन कलाम ने कहा कि मेरी राय में दिल्ली में लगभग 9000 स्कूल हैं, जिनमें स्किल डेवलपमेंट की पढ़ाई और लैबोरेट्री शुरू कराई जानी चाहिए. सभी स्कूलों में ये सुविधा एक साथ मुहैया कराने में मुश्किल आ सकती है, जिसके लिए सरकार कुछ मोबाइल वैन लैबोरेट्री बनाकर अलग-अलग स्कूलों में लेकर जाकर स्टूडेंट्स को सुविधा प्रदान करे.
अब्दुल कलाम ने इस बात पर भी जोर दिया कि एक स्टूडेंट एक से पांचवीं के दौरान सबसे ज्यादा चीजें सीख्ाता है. जरूरी है कि इस समय का शिक्षक खास ख्याल रखें.
शिक्षकों से हुई इस मुलाकात के दौरान ये पूछे जाने पर कि आपने तमाम पदों पर रहकर अहम भूमिका निभाई है. आपको सबसे अच्छा किस कार्यकाल के दौरान लगा? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि सबसे बेहतरीन अनुभव बतौर शिक्षक था. एक शिक्षक होना बड़ी बात है. इस कार्यक्रम के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया मौजूद थे.