दिल्ली सरकार साल 2015 में सत्ता पर काबिज होने के बाद से शिक्षा और स्वास्थ्य पर ज्यादा ध्यान दे रही है और ऐतिहासिक विकास का दावा कर रही है. दिल्ली सरकार में शिक्षा मंत्री और उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली सरकार ने 2015 से अबतक स्कूलों में 8 हजार से अधिक कक्षाओं का निर्माण कराया है.
मनीष सिसोदिया ने शनिवार को बताया कि इस साल के अंत तक 12 हजार अतिरिक्त कक्षाओं का निर्माण कराया जाएगा. सिसोदिया ने एक ट्वीट किया, जिसमें लिखा है, 'दिल्ली के सरकारी स्कूलों में इस तरह के 8,000 से अधिक नई कक्षाएं बनाई जा चुकी हैं, 11,000 का निर्माण शुरू हो रहा है और 1,000 के लिए टेंडर किए जा चुके हैं.'
उन्होंने कहा कि 2015 में दिल्ली के सरकारी स्कूलों में कुल 17,000 टूटी-फूटी कक्षाएं थीं. उन्होंने कहा, 'अब 25,000 से अधिक शानदार कमरे हैं, जो इस साल के अंत तक 37,000 हो जाएंगे.'
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में इस तरह के 8000 से ज्यादा नए क्लासरूम बनाए जा चुके हैं, 11000 का निर्माण शुरू हो रहा है और 1000 के लिए टेंडर किए जा चुके हैं।
2015 में सरकारी स्कूलों में कुल 17000 टूटे फूटे कमरे थे। अब शानदार 25000+ कमरे हैं जो इस साल के अंत तक 37000 हो जाएंगे। https://t.co/m2KeD3GdMr
— Manish Sisodia (@msisodia) January 26, 2019
इससे पहले भी दिल्ली सरकार ने सरकारी स्कूलों में बेहतर शिक्षा के लिए कई कदम उठाए थे. दिल्ली सरकार ने एक हजार से अधिक सरकारी स्कूलों के शिक्षकों और प्राचार्यों को ट्रेनिंग के लिए सिंगापुर और फिनलैंड भेजा था. वहीं हैप्पीनेस करिकुलम जैसी पहल और स्कूलों के पुन: निर्माण को लेकर भी सरकार सुर्खियों में रहती है.