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एग्जाम के पहले 10वीं की टॉपर को मजदूर से शादी के लिए किया था मजबूर

अगर हौसले बुलंद हों तो कोई भी परेशानी सफलता के आड़े नहीं आ सकती. कुछ ऐसी ही कहानी है पश्चिम बंगाल की उत्तरी दिनाजपुर जिले की 10वीं क्लास की टॉपर स्वपना राय की.

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अगर हौसले बुलंद हों तो कोई भी परेशानी सफलता के आड़े नहीं आ सकती. कुछ ऐसी ही कहानी है पश्चिम बंगाल की उत्तरी दिनाजपुर जिले की 10वीं क्लास की टॉपर स्वपना राय की.

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16 साल की स्वपना ने 10वीं में 92 फीसदी अंक हासिल कर अपने स्कूल में टॉप किया है. दरअसल 10वीं के एग्जाम से पहले स्वपना के पिता ने ईंट भट्ठा मजदूर के साथ उसकी शादी तय कर दी. लेकिन स्वपना ने हिम्मत नहीं हारी.

स्वपना बताती हैं कि एक दिन उनके पिता ने उन्हें बताया कि उसकी शादी तय कर दी गई है, इसलिए उसे स्कूल छोड़ना होगा. स्वपना अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहती थी, उसने अपनी टीचर को सारी बात बताई. इसके बाद दोनों मिलकर क्षेत्र के ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर के पास गई.

बीडीओ ने इस मामले में तुरंत एक्शन लिया और स्वपना के पिता की आर्थिक मदद की. यही नहीं उन्होंने स्वपना को आगे की पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन और रहने के लिए गीतांजली अवसान योजना के तहत घर भी दिलवाया.

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इन सभी परेशानियों के बावजूद स्वपना ने मैथ्स में 99, फिजिकल साइंस में 97, लाइफ साइंस में 91, ज्योग्राफी में 93, हिस्ट्री में 91, इंग्लिश में 76 और बंगाली में 92 फीसदी अंक हासिल किए हैं. आगे चलकर स्वपना टीचर बनना चाहती है.

स्वपना के पैरेंट्स ईंट भट्ठा मजदूर हैं और काफी गरीबी में जीवन गुजार रहे हैं. फिलहाल स्वपना और उसकी बहन गर्ल्स हाई स्कूल में पढ़ती हैं जो फ्री हॉस्टल की सुविधा देता है.

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