अमूमन ऐसा होता है कि मां बेटे को परीक्षा की तैयारी कराती है या पढ़ाई के लिए प्रेरित करती है. मगर असम बोर्ड की परीक्षा में इससे हटकर एक मां ने साबित किया है कि पढ़ाई के लिए कोई उम्र सीमा नहीं होती है.
असम बोर्ड की 12वीं परीक्षा में मां और बेटे दोनों ने एक साथ हिस्सा लिया. रिजल्ट में मां ने बेटे को पीछे छोड़ते हुए उससे ज्यादा नंबर हासिल किया.
डिब्रूगढ़ जिले में नयनमोनी बेजबरुआ ने अपने बेटे को परीक्षा में पीछे छोड़ते हुए 69.8 फीसदी अंक हासिल किया है. वहीं उनके बेटे अंकुर ने बड़ी मुश्किल से तीसरी श्रेणी में परीक्षा पास की है.