मुंबई के बच्चों को पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के जन्मदिन पर स्कूलों में बैग नहीं ले जाना पड़ेगा. सरकारी आदेश के मुताबिक, उस दिन वाचन प्रेरणा दिवस यानी रीडिंग डे मनाया जाएगा और बच्चों को कोर्स से हटकर किताबें पढ़ने को मिलेंगी.
स्कूलों में 15 अक्टूबर को कलाम की जयंती के मौके पर ऐसे समारोह महाराष्ट्र के तमाम स्कूलों में आयोजित होंगे. राज्य सरकार ने कक्षा तीन से लेकर आठवीं तक के सभी स्टूडेंट्स को स्कूलों में इस दिन बैग लेकर आने से मना किया है.
वहीं, स्कूलों को कहा गया है कि इस दिन बच्चों के लिए देश-विदेश की किताबों की प्रदर्शनी लगाई जाए ताकि वे दुनिया के लेखकों से परिचित हो सकें. साथ ही स्कूलों को बुक फेयर लगाने, लाइब्रेरी अपडेट करने, किसी किताब पर विचार-विमर्श आदि कराने के भी निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा, ज्यादा किताबें पढ़ने वाले टीचर्स और स्टूडेंट्स को सम्मानित करने के लिए भी स्कूलों को कहा गया है.
मुंबई रीजन के डिप्टी डायरेक्टर ने स्टूडेंट्स से कहा है कि इस दिन वे अपना बैग घर पर ही छोड़कर आएं. उन्होंने कहा, 'कलाम की किताबें स्टूडेंट्स और युवाओं को प्रभावित करने वाली हैं. स्कूलों में इस तरह के क्रिया-कलाप से स्टूडेंट्स का ध्यान पढ़ाई में ज्यादा लगेगा.'