मुंबई के रहने वाले कैप्टन अमोल यादव ने एक ऐसा कारनामा कर दिखाया है, जिसे पूरा करना तो दूर इसके बारे में सोच भी नहीं पाते. अमोल ने अपने घर की छत पर ही एक प्लेन बना लिया और अब वो उसे उड़ा भी सकेंगे. साल 2011 में बने इस प्लेन के रजिस्ट्रेशन का इंतजार कर रहे अमोल को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें डीजीसीए का सर्टिफिकेट सौंपा है.
जेट एयरवेज में डिप्टी चीफ पायलट रहे अमोल ने घर की छत पर 19 साल मेहनत करके एयरक्राफ्ट टीएसी-003 बनाया है. एयरक्राफ्ट 2011 में बन गया था और अब अमोल सर्टिफिकेट पाने की कोशिश कर रहे थे. बता दें कि अमोल जेट एयरवेज में डेप्यूटी चीफ पायलट के पद पर काम करते हैं.
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अकेले काम करते हुए अमोल ने 6 सीट वाला एयरक्राफ्ट बनाया है और अब वो आधिकारिक रुप से इसे उड़ा भी सकते हैं. बता दें कि महाराष्ट्र सरकार अब इसे मेक इन इंडिया का उदाहरण बता रही है और सीएमओ महाराष्ट्र ने खुद ट्वीट कर इसके बारे में जानकारी दी है.
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बताया जाता है कि 1895 में मुंबई के शिवकर तलपड़े ने चौपाटी पर अपना बनाया प्लेन उड़ाया था. इसके 122 साल बाद अब मुंबई के ही कैप्टन अमोल यादव खुद बनाया हुआ एयरक्राफ्ट उड़ा सकेंगे. अमोल को इस काम को पूरा करने के लिए कई मुश्किलों को सामना करना पड़ा था और आर्थिक संकट भी उनके लिए चुनौती था.