वैसे तो आज दुनिया में न जाने कितने ही लोग हैं जो अलग-अलग मायनों में कामयाब और सफल हैं, लेकिन नगावर रामाराव नारायण मूर्ति की बात ही जुदा है. पूरी दुनिया इस शख्सियत को नारायण मूर्ति के नाम से जानती है. इंडियन आईटी सेक्टर के इस चमकदार सितारे का जन्म साल 1946 में 20 अगस्त के रोज ही हुआ था.
1. मिडिल क्लास परिवार से ताल्लुक रखने वाले इस शख्स ने इंफोसिस कंपनी की शुरुआत की है.
2. टाइम पत्रिका ने उन्हें भारतीय आईटी इंडस्ट्री का पितामह करार दिया.
3. बुल्गारिया सरकार की आलोचना करने की वजह से उन्हें साल 1974 में गिरफ्तार कर लिया गया था.
4. उनकी पहली नौकरी IIM अहमदाबाद में चीफ सिस्टम्स प्रोग्रामर के रूप में थी.
5. अब उनकी नेटवर्थ $2 अरब के करीब है, लेकिन किसी दौर में वे पैसे न होने की वजह से IIT में दाखिला नहीं ले सके थे.
6. अपना पहला वेंचर सॉफ्ट्रॉनिक्स नाकाम रहने के बाद वे पटनी कंप्यूटर सिस्टम्स से जुड़ गए थे.
7. इंफोसिस शुरू करने के लिए उनकी पत्नी सुधा ने उन्हें 10 हजार रुपये की रकम दी. यह रकम उनकी खासी मददगार रही.