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योग की किताबें भी बनेगी ई-पाठशाला का हिस्सा

बच्चों में योग को बढ़ावा देने के लिए पहली बार राष्ट्रीय योग ओलंपियाड का आयोजन किया जा रहा है.

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Yoga
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योग की किताबो को जल्द ही एनसीईआरटी की ओर से शुरू की गई ई-पाठशाला का हिस्सा बना दिया जाएगा. स्कूलों में पढ़ाए जाने वाले सिलेबस की किताबों को पहले ही डिजीटल किया जा चुका है. इसके साथ ही 6 से लेकर 10वीं कक्षाओं मे पढने वाले स्टूडेट के लिए जो योग की किताबें हिन्दी और अंग्रेजी मे उपलबध है, उन्हें उर्दू भाषा मे भी प्रकाशित किया जा चुका है.

11 और 12वीं कक्षाओं के लिए भी योग की किताबें छापने का काम तेजी से चल रहा है. मकसद है हर वर्ग के लोगो तक योग को पहुंचाना, उनकी जीवन शैली मे शामिल करना. इसकी शुरूआत स्कूली स्तर पर बच्चों से की जा चुकी है. NCERT की ओर से पहली बार आयोजित नेशनल योग ओलंपियाड के उद्घाटन समारोह में मानव संसाधन मंत्रालय मे शिक्षा सचिव सुभाष कुंठिया ने ये तमाम जानकारी देते हुए इस बात पर जोर दिया कि स्वस्थ रहने, अनुशासित रहने के लिए योग बहुत बढ़िया है और एक बार बच्चों को इसे करने की आदत डाल दी जाए तो उनकी जीवनशैली मे सुधार से वे कई बीमारियो से दूर रहेंगे.

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मानव संसाधन मंत्रालय की ओर से पिछले साल स्कूलों मे योग को बढ़ावा देने के लिए नेशनल योग ओलंपियाड करवाने की घोषणा की गई थी. इसी कड़ी मे इस तीन दिवसीय समारोह का आयोजन रखा गया है. एनसीईआरटी के सचिव श्रीधर ने बताया कि इस ओलंपियाड मे भाग लेने के लिए 22 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों ने हामी भरी थी लेकिन टीमें केवल 18 राज्यों से ही पहुंची हैं. वैसे धयान देने वाली बात यह भी है कि ज्यादातर गैरबीजेपी राज्यों की टीमें इस ओलंपियाड मे नही पहुँची है जिसमे बिहार, तेलंगाना, नागालैंड, मिजोरम का नाम प्रमुखता पर है लेकिन एनसीईआरटी के अधिकारी इसको राजनीति से दूर मानते है.

उनका मानना है कि बहुत जल्दी मे पहली बार इसका आयोजन हुआ है इसलिए कई राज्यों में तैयारी नही हो पाई. वैसे जिन राज्यों के बच्चों ने इस ओलंपियाड के पहले दिन भाग लिया उनका जोश, उत्साह देखने वाला था. कर्नाटक से कुछ नेत्रहीन बच्चे भी इस प्रतियोगिता मे भाग ले रहे हैं. यही नहीं हिन्दू बच्चों के अलावा असम और गोवा से 14 मुसलमान बच्चों ने भी इस प्रतियोगिता मे भाग लिया है. एनसीईआरटी के प्रवक्ता ने बताया की दो वर्गों मे इसका आयोजन किया जा रहा है.

6-8 और 9-10वीं कक्षाओं में पढने वाले स्ट्डेंट के अलग-अलग ग्रुप बनाए हैं. इसमे देशभर से 320 स्टूडेंट भाग ले रहे हैं. पहले जिला स्तर के स्कूलों मे योग प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, फिर राज्य स्तर पर और विजयी टीमें नेशनल योग ओलंपियाड मे भाग लेने पहुंची हैं. पुरस्कारों का वितरण भी टीम स्तर पर ही किया जाएगा.

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