केंद्र सरकार ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि नई शिक्षा नीति से देश की शिक्षा प्रणाली में सकारात्मक बदलाव लाने में मदद मिलेगी.
यह नीति छात्रों के साथ-साथ उनके अभिभावकों के लिए भी समान रूप से लाभकारी होगी. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने लोकसभा में सरकार की ओर से प्रस्तावित नई शिक्षा नीति के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में कहा, "ई-पाठशाला और 'सारांश' जैसी पहल विद्यार्थियों एवं अभिभावकों की मदद करेगी."
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के माध्यम से विद्यार्थी सशक्त होंगे. उन्होंने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर लोकसभा के सभी सदस्यों को एक पत्र भेजा है, लेकिन अभी उनकी ओर से जवाब मिलना बाकी है.
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि सारांश नामक पहल के तहत माता-पिता अपने बच्चों की शैक्षणिक गतिविधियों में सीधे तौर पर शामिल हो सकेंगे और इसके जरिए उनके शिक्षकों से सीधे संपर्क कर सकेंगे.
लोकसभा की कार्यवाही की शुरुआत में अध्यक्ष सुमित्रा महाजन की अगुवाई में सदन के सदस्यों ने दुनियाभर में भूकंप, आतंकवादी हमलों और अन्य दुखद घटनाओं में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी.
इस दौरान महाजन ने कहा कि भारत हर तरह के आतंकवाद के खिलाफ है.उन्होंने हाल के पेरिस हमले के संदर्भ में कहा कि भारत इस दुख में फ्रांस के साथ खड़ा है.
इनपुट: IANS