भारत सरकार में मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर देश के अलग-अलग राज्यों में सामान्य सिलेबस या करीकुलम लागू करने के मामले में कहते हैं कि समान कोर्स प्रणाली विभिन्न राज्यों की संस्कृति व भाषा जैसे लोकल परिप्रेक्ष्य को शामिल नहीं करते.
सरकार की ऐसी कोई मंशा नहीं है कि वह राज्य और CBSE बोर्ड में समान सिलेबस चलाएगी. समान सिलेबस कई चीजें जैसे राज्यों की संस्कृति व भाषा को साथ नहीं रख पाते. इस बाबत लोकसभा को बीते सोमवार सूचित किया गया.
अलग-अलग कोर्स इस देश की जरूरत...
लोकसभा में एक सवाल के जवाब में जावड़ेकर ने कहा कि सरकार अलग-अलग संस्कृति और भाषा का पूरा सम्मान करती है. समान सिलेबस देश की विविधता को समेटने में सफल नहीं हो पाता.
आज शिक्षा में राष्ट्रीय फ्रेमवर्क की जरूरत...
मानव संसाधन राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने प्रश्न काल में पूछे गए एक सवाल पर कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर समान करीकुलम बनाने और आम कोर वैल्यू जिसमें आजादी का आंदोलन, संविधान निर्माण के लिए चलाया गया आंदोलन और राष्ट्रीय अस्मिता के निर्माण जैसे मुद्दों को शामिल किया गया है.
उन्होंने कहा कि कुछ राज्य राष्ट्रीय फ्रेमवर्क के लिए तैयार हैं...
स्कूली छात्रों के बढ़ते भार पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार इनका वजन कम करने के लिए प्रतिबद्ध है, और वह ऐसा करने के पूरे प्रयास कर रही है.