नोएडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन से होकर रोज सैकड़ों लोग गुजरते होंगे और एक टीनएजर को वजन मापने वाली मशीन के साथ बैठे देखते होंगे. मगर जिंदगी की आपा-धापी में शायद ही किसी के पास इतन समय हो कि उस बच्चे की बारे में कुछ जाने.
लेकिन किसी एक आदमी की वजह से इस बच्चे को यूपी सरकार की ओर से 5 लाख रुपये का चेक दिया गया है. यह रकम उसे उसकी पढ़ाई के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की ओर से मिली है.
13 साल का हरेंद्र सिंह रोजाना फुटपाथ पर वजन मापने वाली मशीन लेकर बैठता था और उससे होने वाली थोड़ी बहुत कमाई पढ़ाई में लगाता था. काम के दौरान फुर्सत मिलने पर वह पढ़ाई भी कर लेता था. एक दिन विकास शारदा नाम के एक व्यक्ति ने उसकी तस्वीर खींचकर फेसबुक पर डाल दी, जो वायरल हो गई. विकास ने अपने फेसबुक पर उस बच्चे के लिए लिखा था, ' मैं चाहता हूं कि जो लोग नोएडा मेट्रो से 7 बजे शाम के बाद जाते हैं, वह इस बच्चे की सर्विस का उपयोग करें और उसकी पढ़ाई के लिए कुछ मदद करें. इस बच्चे को भिखारी की तरह बिल्कुल भी ट्रीट न करें.'
इस तस्वीर को यूपी के मुख्यमंत्री की पत्नी और सांसद डिंपल यादव ने देखा. इसके बाद यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के घर पर हुए कार्यक्रम के दौरान इस बच्चे को 5 लाख का चेक दिया गया. हरेंद्र को बिजनेस हाउसेज, एनजीओ, नेताओं और कई लोगों की तरफ से भी मदद की पेशकश की गई है.