उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रविवार को यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (यूजीसी) की नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (नेट) के दौरान दो एग्जाम सेंटर्स पर प्रश्नपत्र भीगने के कारण कैंडिडेट्स ने जमकर हंगामा किया.
हंगामे के बाद सीबीएसई के को-ऑर्डिनेटर जावेद आलम ने सेकेंड पेपर को स्थगित करने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि इस पेपर का एग्जाम दोबारा कराया जाएगा और इसकी तारीख जल्द ही घोषित की जाएगी.
इन दोनों सेंटर्स पर सीबीएसई के दोबारा एग्जाम कराए जाने का आश्वासन मिलने पर कैंडिडेट्स शांत हुए. यही नहीं सीबीएसई ने इस मामले की जांच कराने की बात कही है.
यूजीसी की नेट एग्जाम का आयोजन सीबीएसई करा रही है. एग्जाम के लिए लखनऊ में 37 केंद्र बनाए गए थे. इसी बीच गोमती नगर के स्टडी हॉल और इंदिरा नगर के एचएस मेमोरियल पब्लिक स्कूल में इस एग्जाम का सेकेंड पेपर काफी भीगा हुआ मिला. इस पर कैंडिडेट्स ने हंगामा कर दिया.
कैंडिडेट्स का आरोप है कि राजधानी के अन्य केंद्रों पर सही पेपर मिले तो सिर्फ दो केंद्रों पर पानी में भीगा पेपर क्यों दिया गया. उन्होंने पेपर लीक होने की आशंका भी जताई है.
इसके बाद इन दोनों केंद्रों पर कैंडिडेट्स ने तीसरे पेपर का एग्जाम दिया. सीबीएसई के को-ऑर्डिनेट जावेद आलम ने बताया कि एग्जाम के सभी प्रश्नपत्र कड़ी सुरक्षा में केंद्रों पर लाए जाते हैं. ऐसे में प्रश्नपत्र कैसे भीगे, इसकी जांच कराई जाएगी.
गौरतलब है कि पहले यूजीसी की नेट एग्जाम के लिए अलग-अलग क्षेत्रों में वहां के यूनिवर्सिटीज को नोडल संस्था बना थी.
उप्र में राजधानी लखनऊ के अलावा इलाहाबाद, आगरा, अलीगढ़, बरेली, गोरखपुर, कानपुर, मेरठ और वाराणसी में भी एग्जाम सेंटर्स बनाए गए थे. लखनऊ में लगभग 21 हजार कैंडिडेट्स ने रविवार को यह एग्जाम दिया था.
इनपुट-IANS