अगर आप समुद्र में हों और अचानक कोई शार्क आपके पीछे पड़ जाए तो क्या होगा. शायद आप पूरी रफ्तार से वहां से भागने की कोशिश करेंगे. यह आपके लिए एक डरावना सपना हो सकता है पर अचमत हसीम ने इससे प्रेरणा लेकर स्विमिंग में इतिहास रच दिया है.
कैसे बने स्विमर
दक्षिण अफ्रीका के स्विमर अचमत हसीम का एक पैर नहीं है. उनका पैर 2006 में तब कटा, जब वह अपने भाई तारिक के साथ साउथ अफ्रीका के केपटाउन में एक बीच पर लाइफगार्ड ट्रेनिंग का हिस्सा थे. अचानक अचमत ने देखा कि तारिक के पीछे एक सफेद शार्क पड़ी है. अपने भाई को बचाने के लिए उन्होंने शार्क का ध्यान बटाने का प्रयास किया और इसी कोशिश में शार्क ने उनका आधा पांव खा लिया. अचमत ने इस घटना को स्विमिंग के दौरान प्रेरणा स्त्रोत मान लिया.
क्या है उपलब्धि
2008 में अचमत ने पहली बार बीजिंग पैरालिंपिकस में क्वालीफाई किया. चार साल बाद 2012 पैरालिंपिक्स में उन्होंने पुरुष वर्ग के 100 मीटर बटरफ्लाई प्रतियोगिता में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया. उस समय उन्हें 'शार्क ब्वाय' का निकनेम मिला.
शार्क देती है प्रेरणा
अचमत कहते हैं कि जब भी वह स्विमिंग के लिए उतरते हैं तो यही सोचते हैं कि वही सफेद शार्क उनके पीछे पड़ी है. बस उनमें तैरने करने का उत्साह कई गुना बढ़ जाता है. पर आपको जानकर हैरानी होगी अचमत बचपन से फुटबॉलर बनना चाहते थे.