सतीश करीब तीन सालों से बैंक में नौकरी पाने की तैयारी कर रहा था लेकिन हर बार थोड़ी सी चूक के कारण नौकरी नहीं मिल रही थी. वह खुद तो निराश नहीं था लेकिन लोगों के सवाल दिन ब दिन बढ़ते जा रहे थे. वह अपनी पढ़ाई को लेकर काफी फोकस था मगर लोगों की बातों से उसे काफी तकलीफ मिलती थी.
कभी -कभी वह सोचने लगता था कि दुनिया में नौकरी ही सबकुछ है. अगर नौकरी न मिली तो इसका मतलब मैंने पढ़ाई ही नहीं की. लेकिन, सतीश के हौसले को उसके पड़ोसी तोड़ नहीं पाए. चार सालों की कठिन मेहनत के बाद सतीश को एक सरकारी बैंक में नौकरी मिल ही गई.
अगर सरकारी नौकरी मिलने में देर हो रही है तो लोग आपसे जरूर कहते होंगे ये 10 बातें
1. अच्छा, तो तुम्हारी इस बार भी सरकारी नौकरी नहीं लगी. अब क्या सोचा है भविष्य के बारे में.
2. देखो, सरकारी नौकरी पाना बच्चों का खेल नहीं है. तुमसे न हो पाएगा बेटा. लाखों स्टूडेंट्स एग्जाम में बैठते हैं.
3. अब भी समय है. पढ़ाई-लिखाई छोड़ो और कहीं छोटी-मोटी नौकरी कर लो.
4. जिंदगी भर पढ़ते रहोगे क्या? शादी कर लो सरकारी नौकरी का चक्कर छोड़ो.
5. क्यों मां-बाबूजी के रुपये बर्बाद कर रहे हो? नौकरी पाने का सपना छोड़ दो.
6. देखो शर्माजी का बेटा तुमसे छोटा है लेकिन पहली बार में उसे सरकारी नौकरी मिल गई. लड़का शुरू से ही पढ़ने में तेज था.
7. लड़की/लड़के के चक्कर में नहीं पड़े होते तो कब की नौकरी मिल गई होती.
8. जितना होना था हो गया, तुम्हारा भाग्य ही खराब है. तुम्हारे नसीब में नहीं है सरकारी नौकरी.
9. अब भी समय है. कोई बिजनेस शुरू कर लो.
10. किसी साधु- महात्मा से मिल लो. वही बताएंगे कि तुम्हारे भाग्य में नौकरी लिखी हुई भी है या नहीं.