फिजिक्स के लिए नोबेल पुरस्कार 2017 की घोषणा कर दी गई है. अब सब ये जानने को उत्सुक हैं कि जिस तिकड़ी को ये सम्मान मिलेगा, वो हैं कौन और क्या काम कर रहे थे.
हम आपको बताते हैं. जिन तीन वैज्ञानिकों को ये सम्मान मिला है उनका नाम है रेनर वीज़, किप थॉर्न और बैरी बेरिश.
रेनर वीस, मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में प्रोफेसर हैं. वहीं किप थॉर्न और बैरी बेरिश, दोनों ही केलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलाम्जी में प्रोफेसर हैं.
इन सभी को गुरत्वाकर्षणीय तरंगों की खोज के लिए सम्मानित किया जा रहा है. ये वही तरंगें हैं जिनके बारे में करीबन 100 साल पहले एल्बर्ट आइंस्टीन ने भाविष्यवाणी की थी पर इन्हें आंखों द्वारा नहीं देखा जा सका था.
क्या रहा शोध का निष्कर्ष
फरवरी 2016 में दुनिया उस वक्त हैरान रह गई थी वैज्ञानिकों के एक समूह ने घोषणा की थी कि उन्होंने गुरत्वाकर्षणीय तरंगों को रिकॉर्ड करने में कामयाबी हासिल कर ली है. ये तरंगे लाखों प्रकाश वर्ष दूर स्थित विशाल ब्लैक होल्स के टकराव के बाद निकलती दिखाई दीं. गौरतलब है कि आइंस्टीन ने 1916 में इन तरंगों के होने की बात सबसे पहले कही थी.
आपको बता दें कि डॉक्टर वीस (85), डॉक्टर थॉर्न (77) और डॉक्टर बेरिश (81) ने मिलकर Laser Interferometer Gravitational-wave Observatory यानी LIGO की स्थापना की. इनके एक अन्य साथी रोन ड्रेवर का इसी साल देहांत हुआ था.