छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने पॉलीथिन प्रदूषण के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए इस विषय को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने की घोषणा की है.
मुख्यमंत्री ने हाल ही में स्कूली बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि पॉलीथिन से सबसे बड़ा नुकसान प्रकृति को पहुंचता है. लोग घर में सब्जी काटने के बाद सब्जियों के छिलके आदि पॉलीथिन में डालकर बाहर फेंक देते हैं, जिसे खाने पर गाय-बैलों के पेट में पॉलीथिन जमा हो जाता है.
पॉलिथिन हजारों सालों तक जमीन में दबकर जस का तस रह सकता है. इससे जमीन के भीतर बारिश का पानी नहीं पहुंच पाता. नालियों में पॉलीथिन फेंकने पर पानी रुक जाता है और इस प्रकार नालियों में गंदगी के साथ मच्छर भी पनपते हैं.