जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में 10 अप्रैल को होने वाले जेंडर सेंसटाइजेंशन अगेंस्ट सेक्सुअल हरास्मेंट (जीएसकैश) चुनाव से पहले पोस्टर वॉर शुरू हो गया है.
जीएसकैश की मेंबर रह चुकी अपर्णा माहियारिया ने एक पोस्टर निकाला है, जिसमें जीएसकैश की उपलब्धियों को गिनाया गया है. जीएसकैश बॉडी ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि बॉडी के अंदर यह निर्णय नहीं लिया गया था कि किसी एक प्रतिनिधि के द्वारा इस तरह का पोस्टर लाया जाएगा. इससे जीएसकैश के बारे में स्टूडेंट्स के बीच गलतफहमियां पैदा होंगी. बॉडी ने पब्लिक नोटिस जारी करके कहा कि इस तरह के किसी भी फैसले और काम का जीएसकैश समर्थन नहीं करती है.
जीएसकैश में शामिल अन्य प्रतिनिधियों का इस बारे में कहना था कि कुल 15 सदस्यों के द्वारा जेंडर विषयों पर निर्णय लिए जाते हैं तो कैसे कोई एक मेंबर साल भर के कामों का क्रेडिट अकेले ले सकता है.
वहीं, अपर्णा का इस बारे में कहना है कि पोस्टर में ऐसा कहीं भी मेंशन नहीं किया गया है कि जीएसकैश के अंदर किए गए सारे कार्य किसी एक प्रतिनिधि के थे. आपको बता दें कि अपर्णा माहियारिया जीएसकैश की मेंबर रह चुकी है. उनका कार्यकाल कुछ समय पहले ही समाप्त हुआ था.