सिख गुरुओं में सबसे सरल गुरु नानक देव जी की वाणी जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है. वे क्या कुछ कहते हैं आचरण के बारे में, जानिए
- हिंदु, मुस्लिम, सिख या ईसाई बनने से पहले इंसान बनिए.
- 'इक ओंकार' यानी ईश्वर एक है और वह सभी जगह मौजूद है.
- केवल ऐसी वाणी बोलिए, जिससे आपको सम्मान मिले.
शेर-ए-पंजाब रणजीत सिंह अद्भुत बल के लिए जाने जाते थे...
- पहले अपने भीतर की बुराइयों पर विजय प्राप्त करो फिर दुनिया जीतने निकलो.
- भगवान एक है लेकिन उसके कई रूप हैं. वो सभी का निर्माणकर्ता हैं और वो खुद मनुष्य का रूप लेता है.
- अहंकार को त्याग देना चाहिए. यह इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन है.
जिन्होंने 'सत्यमेव जयते' के नारे को लोकप्रिय बनाया...
- धन-समृद्धि से युक्त बड़े-बड़े राज्यों के राजा-महाराजों की तुलना भी उस चींटी से नहीं की जा सकती है, जिसमें ईश्वर का प्रेम भरा हो.
- अपने हाथों से मेहनत करके ही धन कमाना चाहिए.