राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी पश्चिम एशिया की अपनी छह दिवसीय यात्रा के दौरान जॉर्डन, फलस्तीनी प्राधिकरण और इस्राइल के तीन प्रमुख विश्वविद्यालयों से डॉक्टरेट की मानद उपाधियां ग्रहण करेंगे.
जॉर्डन विश्वविद्यालय के एक बयान में कहा गया है कि तीनों विश्वविद्यालयों में से यह संस्थान सबसे पहले मुखर्जी को यह सम्मान देगा और भारतीय राष्ट्रपति राजनीति शास्त्र में डॉक्टरेट की मानद उपाधि ग्रहण करेंगे. फलस्तीनी प्राधिकरण के अल कुद्स विश्वविद्यालय में एक अधिकारी ने कहा, फलस्तीनियों और भारत के बीच विशेष रिश्तों को देखते हुए भारतीय राष्ट्रपति को एक मानद उपाधि से सम्मानित करना हमारे लिए गौरव की बात है.
उन्होंने कहा फलस्तीन के साथ अकादमिक सहयोग में भारत आगे रहा है और शिक्षा के क्षेत्र में हमें भारत सरकार से बहुत मदद मिली है. मुखर्जी के साथ भारत के अग्रणी संस्थानों के प्रमुख तथा कुलपति आएंगे और उनकी भागीदारी क्षेत्र में प्रमुख विश्वविद्यालायों के साथ मजबूत शैक्षिक संपर्क विकसित करने का आभास देती है. दुनिया भर के शीर्ष विश्वविद्यालयों में स्थान रखने वाला, यरूशलम का हिब्रू विश्वविद्यालय भी एक विशेष समारोह में मुखर्जी को डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान करेगा.
इनपुट: भाषा