केंद्रीय कैबिनेट ने प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोशिप (PMRF) को हरी झंडी दिखाते हुए देश के बीटेक इंजीनियरों को IIT, IISER और NIT में पीएचडी के लिए फेलोशिप दी जाएगी. हर साल 1000 बेस्ट टैलंट को चुना जाएगा, जो आईआईटी और आईआईएससी में रिसर्च करेंगे. बता दें, उच्च शिक्षा संस्थान के छात्रों के लिए देश की यह अब तक की सबसे बड़ी स्कॉलरशिप होगी.
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1000 best students who have completed BTech or Integrated MTech or MSc in Sc. & Tech. streams will be selected after a rigorous process, and offered direct admission in PhD programme in the IITs/IISC.#TransformingEducation #NewIndia #IT4HRD (6/10)
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) 7 फ़रवरी 2018
जो छात्र PMRF के तहत चुनें जाएंगे, उन इंजीनियर छात्रों को 70 हजार से 80 हजार रुपये की फेलोशिप दी जाएगी. फेलोशिप पाने वाले छात्र सीधे पीएचडी में दाखिला ले सकते हैं. PMRF पर सात साल में 1650 करोड़ रुपए का खर्च आएगा. यह योजना 2018-19 सेशन से शुरू होगी. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इसका ऐलान एक फरवरी को अपने बजट भाषण में किया था.
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छात्रों को विदेश जाने का भी मिलेगा मौका
अगर कोई छात्र इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस या सेमिनार में अपना पेपर दाखिल करना चाहता है तो सरकार इसके लिए विदेश यात्रा खर्च के तौर पर पांच सालों तक हर साल 2-2 लाख रुपये का रिसर्च ग्रांट मुहैया कराएगी. बता दें, PMRF गाइडलाइन के तहत जो छात्र फेलोशिप के लिए चुने जाएंगे, उन्हें शुरू के दो साल 70 हजार रुपए हर महीने दिए जाएंगे. तीसरे साल यह रकम बढ़ाकर 75 हजार कर दी वहीं चौथे और पांचवें साल 80 हजार रुपए प्रति माह दिए जाएंगे.