'सलीम तुझे मरने नहीं देगा और हम अनारकली तुझे जीने नहीं देंगे' फिल्म Mughle-e-Azam का ये डॉयलाग तो आपको याद ही होगा जो पृथ्वीराज कपूर ने कहा था. आज भी उनके द्वारा बोला गया ये डॉयलाग बेहद फेमस है.
आज बॉलीवुड में कपूर खानदान का बोलबाला है. लेकिन कपूर खानदान के पहले सितारे पृथ्वीराज कपूर थे. इन्हीं से ही कपूर खानदान की शुरुआत हुई. पद्म भूषण को दादा साहब फाल्के अवाॅर्ड से नवाजे गए पृथ्वीराज कपूर का निधन 29 मई 1972 को हुआ. भले ही आज वह हमारे बीच नहीं हैं. लेकिन आज भी वह अपनी अदाकारी से हम सबके दिलों में जिंदा हैं.
जानते हैं उनसे जुड़ी कुछ खास बातें.
1. पृथ्वीराज कपूर का जन्म 3 नवंबर, 1906 में पंजाब (पाकिस्तान) में हुआ.
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2. उन्होंने पेशावर पाकिस्तान के एडवर्ड कालेज से ग्रेजुएशन की डिग्री लीं.
3. इसके बाद उन्होंने एक साल तक कानून की शिक्षा भी ली. लेकिन उनका रूझान अभिनय में था, जिस वजह से उन्होंने कानून की पढ़ाई बीच में छोड़ थियटर की दुनिया में कदम रखा.
4. वह अभिनय की दुनिया के ऐसे कलाकार बनें जिन्होंने मुंबई में साल 1944 में पृथ्वी थिएटर के नाम से खुद की थियेटर कंपनी स्थापित की.
5. उस दौरान पृथ्वी थिएटर में 16 साल में 2,600 से ज्यादा नाटकों का मंचन हुआ.
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6. वहीं भारतीय सिनेमा जगत के युगपुरुष पृथ्वीराज कपूर का नाम एक ऐसे अभिनेता के रूप में याद किया जाता है, जिन्होंने अपनी कड़क आवाज, रोबदार भाव और दमदार अभिनय के बल पर लोगों के दिलों पर राज किया.
7. कुछ मूक फिल्मों में काम करने बाद बाद उन्होंने भारत की पहली बोलनेवाली फिल्म 'Alam Ara' में मुख्य भूमिका निभाई.
8. भारतीय सिनेमा के पितामाह कहे जाने वाले अभिनेता, निर्देशक और निर्माता ने हिंदी सिनेमा को एक से बढ़कर एक फिल्म दी. जो आज याद की जाती है. जिसमें मुग़ले आज़म, आवारा, सिंकदरा, आलम आरा, और कल आज और कल है.
9. महज 18 साल की उम्र में रामशनी मेहरा से पृथ्वीराज कपूर की शादी हो गई थी.
10. साल 1960 में आई के. आसिफ की Mughal-e-azam में उनके सामने अभिनय के सम्राट दिलीप कुमार थे, लेकिन इसके बावजूद पृथ्वीराज कपूर ने अपने अकबर के दमदार किरदार से दर्शकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने में सफल रहे.
11. पृथ्वीराज कपूर फिल्म AWARA को लेकर भी काफी चर्चा में आएं. जिसमें उन्होंने अपने बेटे राजकपूर के साथ अभिनय किया.
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12. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पृथ्वीराज अपने पृथ्वी थिएटर को स्थापित करने के लिए वह शो करने के बाद इलाहाबाद में महाकुंभ के गेट पर खड़े हो कर गमछा फैलाते थे और लोग उसमें पैसे डालते थे.
13. पृथ्वी राज कपूर की फिल्मों के कुछ खास गाने.
घर आया मेरा परदेसी
एक बेवफा से प्यार किया
अवारा हूं
आप यहां आएं किस लिए