14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकवादी हमले में 40 सीआरएफ के जवान शहीद हो गए हैं. देश की मुश्किल घड़ी में रिलायंस फाउंडेशन ने कहा कि वह पुलवामा आतंकवादी हमले में शहीद हुए जवानों के बच्चों की शिक्षा और रोजगार के साथ-साथ उनके परिवारों की आजीविका की पूरी जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार है.
फाउंडेशन ने यह भी कहा कि वह 14 फरवरी को जम्मू एवं कश्मीर में आतंकी हमले में जख्मी हुए जवानों हर संभव बेहतर उपजार प्रदान करने के लिए तैयार है. जैसे हमारे जवान देश के लिए रक्षा करते हैं वैसे ही उनके बच्चा का ख्याल रखने के लिए तैयार हैं.
फाउंडेशन ने एक बयान में कहा, "हमारे प्यारे सैन्य बल की सेवा में सरकार अगर हमें कोई जिम्मेदारी देती है तो इसे हम अपना कर्तव्य मानेंगे. संगठन ने कहा कि संपूर्ण रिलायंस परिवार जम्मू-कश्मीर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के दस्ते पर हुए बर्बर आतंकवादी हमले में शहीद हुए 40 जवानों को लेकर 1.3 अरब भारतीयों के गुस्से में पूरी तरह साझेदार है.
फाउंडेशन ने कहा, "इस दुनिया में कोई भी बुरी ताकत भारत की एकता या मानवता के दुश्मन आतंकवाद का विनाश करने के हमारे संकल्प को तोड़ नहीं सकता है. हम हृदय से शहीदों के शोकसंतप्त परिवार के साथ हैं. राष्ट्र जांबाजों और उनकी शहादत को कभी नहीं भूलेगा. हम घायलों की सेहत में सुधार की कामना करते हैं.
नीता अंबानी की अध्यक्षता में रिलायंस फाउंडेशन रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की परोपरकारी शाखा है. वह इस संस्था की संस्थापिका हैं. संस्था द्वारा स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्रामीण क्षेत्र में बदलाव, खेलों के विकास, शहरी नवीकरण और कला, संस्कृति व विरासत व आपदाओं के समय किए गए कार्यो समेत विभिन्न गतिविधियों को अंजाम दिया जाता है जिनसे पूरे देश में 15,500 गांवों और 100 शहरी क्षेत्रों में दो करोड़ से अधिक लोग लाभान्वित हुए हैं.