दस साल के बच्चों को हम नादान समझ लेते हैं. लेकिन कई बार ये छोटी सी उम्र
महज देखने की होती है और ये वो कमाल कर देते हैं जो बड़े-बड़ों को हैरान कर
दें.
ऐसा ही एक कमाल हुआ तब जब 10 साल की इशिता कटियाल ने कनाडा के वेंकूवर शहर में टेड यूथ कॉन्फ्रेंस (TED) में स्पीच दी. टेडएक्स कॉन्फ्रेंस कनाडा के वैंकूवर में सोमवार को ऑर्गनाइज की गई थी.
कौन है इशिता
पुणे की रहने वाली 10 साल की
इशिता बालेवाड़ी के विबग्योर हाई स्कूल की स्टूडेंट हैं.
क्या है (TED)
टेक्नोलॉजी, एंटरटेनमेंट और डिजाइन (TED) सेक्टर की हस्तियां इस कॉन्फ्रेंस में शामिल होती हैं. कॉन्फ्रेंस में आम जनता से जुड़े मुद्दों पर बोलने की इजाजत होती है. ओपनिंग स्पीच देकर इशिता महज 10 साल की उम्र में टेड की सबसे कम उम्र की स्पीकर बन गई हैं.
दिया इन मुद्दों पर जोर इशिता ने अपनी स्पीच में वाकई एक बड़ी बात कही - बच्चों से यह पूछने की जगह कि वह बड़े होकर क्या करना चाह रहे हैं, उनसे यह पूछना चाहिए कि वे अभी क्या करना चाहते हैं. आज भी हम बहुत कुछ कर सकते हैं, लेकिन एक बड़ी ताकत ऐसी भी है, जो बच्चों के सपनों के खिलाफ काम कर रही है. बड़े अक्सर बच्चों को कम आंकने की कोशिश करते हैं और इस दौरान वह बच्चों के भीतर एक डर पैदा कर देते हैं.
'सिमरन डायरी'10 साल की उम्र में इशिता ने 'सिमरन डायरी' नाम की एक किताब भी लिखी है. 10 साल की एक लड़की दुनिया को कैसे देखती है, इस किताब में यह कहानी बताई गई है.