अनिल महेन्द्रु रेलवे के कर्मचारी हैं लेकिन पिछले तीन दशकों से आसपास और अपने सहयोगियों के बच्चों को मुफ्त शिक्षा दे रहे हैं. उनकी सहायता से कई छात्र विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं में सफल हुए हैं.यह उनका जुनून है.
अनिल महेन्द्रु फिलहाल रेलवे के माटुंगा वर्कशाप में रसायन और धातुकर्म अधीक्षक के तौर पर कार्यरत हैं. पिछले 25 वर्षों से रेलवे कर्मचारियों और आसपास के लोगों के बच्चों को मुफ्त कोचिंग देने के कारण उन्हें काफी सम्मान मिलता है.
महेन्द्रु ने बताया, 1980 के मेरे शुरूआती दिनों में, जब मैं स्वयं छात्र था, अपने परिवार का खर्च चलाने के लिए ट्यूशन पढ़ाना शुरू किया था. जब मैनें 1988 में रेलवे में नौकरी शुरू की और आय के स्थायी स्रोत मिल गए, तब से मैंने मुफ्त में पढ़ाना शुरू किया.
इस परोपकारी काम के लिए उन्हें रेलवे अधिकारियों और यूनियन के नेताओं ने रेलवे परिसर में जगह उपलब्ध कराकर मदद की.महेन्द्रु को गणित और विज्ञान विषयों में महारत हासिल है. वह बताते हैं कि उनके पढ़ाए छात्र रेलवे, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और बैंक की कई परीक्षाओं में सफल हुए हैं.
इनपुट: भाषा