पंजाब में शिरोमणि अकाली दल ने दावा किया है कि प्रदेश शिक्षा बोर्ड की 12वीं इतिहास की किताबों से सिख गुरुओं का नाम हटा दिया गया है. अकाली दल के बाद आम आदमी पार्टी ने भी इस मुद्दे को उठाया है. हालांकि प्रदेश के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने विपक्ष के इन आरोपों को निराधार बताया है.
एसएडी प्रवक्ता और पूर्व शिक्षा मंत्री दलजीत सिंह चीमा के आरोपों के अनुसार, पंजाब की 12वीं इतिहास की किताब में सिख गुरु, सिख योद्धाओं और इतिहास पर आधारित 23 विषय थे. लेकिन अब इस पूरी जानकारी को आधे पेज में ही सम्मिलित कर दिया गया है और सिख इतिहास को आधे पेज में बताया गया है.
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वहीं आम आदमी पार्टी के सात विधायकों ने एक संयुक्त स्टेटमेंट जारी करते हुए इसका विरोध किया है. आरोप लगाए जा रहे हैं कि किताबों से सिख युद्ध, बाबा बांदा सिंह बहादुर, महाराजा रणजीत सिंह आदि के बारे में जानकारी हटा ली गई है. एसएडी ने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की है और विभाग के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.
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दूसरी ओर पंजाब के मुख्यमंत्री का कहना है कि पूरे कोर्स को एनसीईआरटी किताबों के आधार पर वापस तैयार किया गया है, जिससे कि पंजाब के बच्चों को राष्ट्रीय स्तर पर जानकारी मिल सके और प्रदेश बोर्ड की ओर से कुछ भी महत्वपूर्ण जानकारी हटाई नहीं गई है.