कानपुर आईआईटी में पहली बार स्टूडेंट्स संस्कृत की पढ़ाई करेंगे. एचआरडी मिनिस्ट्री ने इसे लेकर सारे इंतजाम कर लिए हैं. संस्थान में संस्कृत की पढ़ाई और रिसर्च होगी.
अभी तक आईआईटी में फ्रेंच, जर्मन और जैपनीज भाषाएं सिखाई जा रहीं थी. संस्कृत भाषा पर भी काफी काम पहले से हो रहा था लेकिन बुधवार को होने वाली सीनेट की बैठक में संस्कृत को ह्यूमिनीटीज विभाग में बतौर कोर्स शामिल किया जाएगा. इसमें स्टूडेंट्स को वैदिक साइंस के साथ भारतीय संस्कृति से जुड़ी जानकारियां भी दी जाएंगी. इन सभी विषयों पर छात्र रिसर्च भी कर सकेंगे.आपको बता दें कि ह्यूमानिटीज के तहत संस्कृत शिक्षकों की नियुक्ति का प्रस्ताव भी दिया गया. मंत्रालय ने कहा कि जो आईआईटी संस्कृत की पढ़ाई, रिसर्च कराना चाहती हैं, उन्हें आर्थिक सहयोग मिलेगा. शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी. इसी का नतीजा रहा कि आईआईटी कानपुर ने ह्यूमानिटीज के तहत संस्कृत की पढ़ाई, रिसर्च कराने का खाका तैयार कर लिया. यह कोर्स शैक्षिक सत्र 2017-18 से लॉन्च हो सकता है.