एक समय था जब इस लड़की को इसके रिश्तेदार यह कह देते थे कि तुम इस धरती पर कुछ भी अच्छा करने के लिए नहीं आई हो. मगर आज इस लड़की के मेहनत और कामयाबी के चर्चे हर ओर हो रहे हैं.
हम आपको बता रहे हैं सौम्या गुप्ता की कहानी, जो एक एंटरप्रेन्योर हैं. दरअसल वह पायलट बनना चाहती थीं. इन्होंने अपनी स्कूलिंग मुंबई से पूरी की थी. उसके बाद उड़ने की इच्छा लिए यूएस चली गईं. अपने सपने को पूरा करने के लिए इन्होंने कठिन मेहनत की और अपनी पढ़ाई पर 50 लाख तक रुपये भी खर्च किए. लेकिन तभी 2008 में आर्थिक मंदी आ गई. इस मंदी में सबसे ज्यादा पायलट ही प्रभावित हुए थे और सौम्या को इस मंदी के कारण अपनी नौकरी भी गंवानी पड़ी.
उस दौर को याद करते हुए वह बताती हैं, 'मैंने हर एयरलाइंस में नौकरी के लिए आवेदन किया लेकिन कहीं से भी जवाब नहीं आया. समाज के लोगों के बारे में मैं सोच कर डर जा रही थी. ऐसा लग रहा था कि मैं लूजर हो गई हूं.'
इसी बीच उनके मम्मी-पापा ने उन्हें धीरज बंधाते हुए कहा कि अब उन्हें कोई दूसरी नौकरी खोजनी चाहिए. एक पायलट को भले ही प्रोफेशनल या कमर्शियल पायलट कहा जाए लेकिन उसके पास वाली डिग्री से दूसरी नौकरी का मिलना मुश्किल होता है. महज 12वीं पास सौम्या को कोई दूसरा रास्ता नहीं मिल पा रहा था.
इसके बाद सौम्या ने कॉल सेंटर में नौकरी करने का फैसला किया. इनकी सैलरी 20,000 से शुरू हुई. लेकिन कॉल सेंटर की नौकरी रास नहीं आई. अपनी मां से बात करने के बाद सौम्या ने फैशनेबल कपड़ों को बेचने में हाथ आजमाना शुरू किया. यह राह आसान नहीं थी. फैशनेबल कपड़ों को जुटाना, उसके लिए कस्टमर खोजना. इसके अलावा कपड़ों के प्रचार के लिए मॉडलों का जुगाड़ करना.
21 साल की होने के कारण सौम्या को किसी बैंक से लोन भी नहीं मिल पा रहा था. कॉलेज के स्टूडेंट्स से मॉडलिंग करवाने के बाद सौम्या के टेन ऑन टेन को फैशन एंड यू (ऑनलाइन फैशन स्टोर, फैशन के न्यू ट्रेंड्स के लिए यह जानी जाती है) पर जगह मिली. टेन ऑन टेन पर सस्ते दामों में महिलाओं के ड्रेसेज मिलते हैं. पिछले साल उन्हें वुमन एंटरप्रेन्योर 2015 का अवॉर्ड दिया गया. वो अपनी सफलता का श्रेय साहस, मेहनत और इच्छाशक्ति को दिया है. अब वो फिलहाल करोड़ों की मालकिन हो गई हैं.