लंदन के शहर मैनचेस्टर में तीन सालों के अंदर एक ऐसा इंस्टीट्यूशन खोलने की योजना बनाई जा रही है, जहां सिर्फ गे-लेस्बियन, बायोसेक्शुअल, ट्रांस्जेंडर(एलजीबीटी) स्टूडेंट्स पढ़ाई करेंगे.
यह पहल एलजीबीटी स्टूडेंट्स के लिए इसलिए की जा रही है, जिससे उन्हें सामान्य स्कूलों में अपनी खास विशेषता के कारण रोजाना अव्यवहार का शिकार नहीं होना पड़े.अक्सर ऐसा देखा गया है कि माहौल खराब होने के चलते स्टूडेंट्स अपनी पढ़ाई सही ढ़ग से नहीं कर पाते हैं.
कॉलेज में 40 फुलटाइम और 20 पार्टटाइम सीट पर सोसायटी के एलजीबीटी स्टूडेंट्स को क्लास अटेंड करने का मौका मिलेगा. इस ख़ास पहल की शुरुआत करने की योजना एलजीबीटी यूथ नॉर्थ-वेस्ट की स्ट्रेटजिक डायरेक्टर अमीला ली ने बनाई है, जल्द इस योजना पर अमल किया जाएगा.
इस प्रोजेक्ट के बारे में बात करते हुए पर अमीला ली बताती है कि ऐसा करने के पीछे की वजह एलजीबीटी यूथ के अधिकार और उनके जीवन को बचाना है. भले ही क़ानून ऐसे लोगों को हर अधिकार देता हो लेकिन ऐसे स्टूडेंट्स को मेनस्ट्रीम कॉलेजों में भेदभाव और छींटाकशी के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, इस सच को मानने से भी हम इंकार नहीं कर सकते.