विश्वयोग दिवस (21 जून) के अवसर पर हरिद्वार में गायत्री तीर्थ शांतिकुंज की ओर से चलाई जा रही भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा से जुड़े करोड़ों स्टूडेंट्स और टीचर्स एक साथ योग करेंगे.
भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा से जुड़े प्राध्यापक एच.पी. सिंह ने बताया कि हर साल भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा में 48 लाख इस परीक्षा को देते हैं. अब तक भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा दे चुके स्टूडेंट्स की संख्या करोड़ों की है. गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या ने इन सभी स्टूडेंट्स से विश्व योग दिवस पर होने वाले सामूहिक योग कार्यक्रम से जुड़ने का आह्वान किया है.
डॉ. पण्ड्या ने कहा कि योग संस्कृति का अभिन्न अंग है. योग के बिना संस्कृति अधूरी है . योग से ही व्यक्ति का व्यक्तित्व निखरता है. जीवन में योग का समावेश हो तो विद्यार्थी संस्कृति रक्षक बन सकते हैं, चाहे वे किसी भी धर्म या संप्रदाय के क्यों न हों.
डॉ. पण्ड्या ने कहा कि देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के अब तक के पासआउट स्टूडेंट्स अपने नजदीकी योग आयोजन स्थल पर पहुंचेंगे. ये स्टूडेंट्स बड़ी संख्या में जन जागरण रैली तथा पर्यावरण संरक्षण के कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेंगे. गायत्री परिवार की ओर से सुबह 6.45 से लेकर 9.30 तक भारत के प्रत्येक जिलों में प्रोग्राम कराए जाएंगे.
इनपुट: भाषा