सिविल सर्विस की परीक्षा में चौथा रैंक हासिल करने वाली दिल्ली की वदंना सब- इंस्पेक्टर (SI) की बेटी हैं. उन्हें इस बात का गर्व है कि उनके पिता एक ईमानदार एसआई हैं.
वंदना के पिता हरि राम ने अपने आर्थिक-पारिवारिक हालातों से लड़कर अपनी बेटी को ना सिर्फ इंजीनियर बनाया बल्कि आईएएस बनने के लिए प्रेरित किया. माता-पिता के सपने को साकार करने के लिए वदंना ने मेहनत और लगन से पढ़ाई की. वदंना का यह दूसरा प्रयास था. उनकी इस सफलता पर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने भी उन्हें बधाई दी.
हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस को ठुल्ला कहा था. इस बारे में हरि राम कहते हैं कि ठुल्ले की बेटी को मुख्यमंत्री ने खुद ही बधाई देकर सारे सवालों के जबाव दे दिए.
देश के सबसे बड़े प्रतिष्ठित परीक्षा भारतीय प्रशासनिक सेवा में मिली ये कामयाबी असल में वदंना के एएसआई पिता की कामयाबी है. जो सपना हरिराम ने अपनी आंखों में संजोया था उसे बिटिया वदंना ने पूरा कर दिखाया है.
इंजीनियरिंग के अंतिम साल की पढ़ाई के दौरान वंदना ने सिविल सर्विस के क्षेत्र में करियर बनाने की सोची. उन्होंने दूसरे प्रयास में यह परीक्षा पास की है. परीक्षा के तैयारी के लिए उन्होंने इंफोसिस का जॉब ऑफर भी ठुकरा दिया था. यूपीएससी की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स के लिए वंदना की सलाह है कि कोचिंग ज्वॉइन करके अपनी उर्जा नष्ट नहीं करनी चाहिए. खुद से किया गया प्रयास ही सफलता दिलाता है.