करोलबाग के खालसा कॉलेज में दिल्ली एनसीआर के बस्ती और आश्रय गृह से आए छोटे-छोटे बच्चों ने स्टेज परफॉर्मेंस और प्रतिभा दिखा लोगों को अचंभित कर दिया. इनमें 40 सरकारी और निजी स्कूलों के गरीब तबके के बच्चे भी शामिल थे, जिन्हें एक निजी संस्था यस (यूथ फॉर सेवा) ने एक प्लेटफॉर्म पर लाकर उनमें उनके हुनर तलाशने की कोशिश की थी.
अब एक साल में कई बार होगी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा...
करोलबाग खालसा कॉलेज में अपने गीत, नृत्य, और योग के जरिए लोगों की तालियां बटोरने वाले ये बच्चे उन इलाके से आए हैं, जिन्हें शायद उनके अंदर छुपे हुए प्रतिभा को उजागर करने का मौका कभी नहीं मिल पाता. बच्चों के इस अद्भुत प्रतिभा को देख लोग भी दांतो तले अंगुली दबाने पर मजबूर हो गए.
इस कीड्स कार्निवल में एनसीआर के 40 जगहों से 1300 बच्चों को उनके अगल-अलग क्षेत्रों, डांस, गीत, खेल-कूद समेत सामान्य ज्ञान, वाद-विवाद, लेखन, चित्रकारी के लिए चुना गया था.
DTU के स्टूडेंट को उबर ने दिया 1.25 करोड़ का ऑफर
इस अवसर पर आयोजित डेढ़ दर्जन से अधिक प्रतियोगी कार्यक्रमों में विलक्षण प्रतिभा का परिचय देने वाले बच्चों को विभिन्न तरह के पुरस्कारों से नवाजा गया.