दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (SOL) से ग्रेजुएशन करने वाले स्टूडेंट्स को भी अब रेग्यूलर कोर्स वाला सिलेबस पढ़ना होगा. फिलहाल दोनों का सिलेबस अलग-अलग है.
यूनिवर्सिटी ने इसके लिए एक कमेटी का गठन किया है. इस कमेटी की रिपोर्ट को अकेडमिक काउंसिल और एग्जिक्यूटिव काउंसिल की मीटिंग में मंजूरी के लिए पेश किया जाएगा. SOL में कंटिनुअस और कम्प्रहेंसिव इवैल्यूएशन (CCE) के लिए भी एक कमेटी बनाई गई है.
कैंपस ऑफ ओपन लर्निंग के डायरेक्टर प्रो सीएस दुबे ने कहा, 'यूजीसी के डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो ने SOL कोर्सेज को लेकर दो सवाल उठाए थे जिसमें उन्होंने कहा था कि SOL कोर्सेज के सिलेबस को रेग्यूलर कोर्सेज के बराबर लाया जाए तथा SOL में भी CCE का प्रोसेस लागू हो.'
इसमें मुख्य रूप से यह कहा गया है कि रेग्यूलर स्टूडेंट्स का जो इंटरनल असेसमेंट प्रोसेस है उसे SOL स्टूडेंट्स के लिए भी लागू किया जाना चाहिए. दोनों कमेटियां इन मुद्दों पर अपनी रिपोर्ट पेश करेंगी. गौरतलब है कि रेग्यूलर स्टूडेंट्स के लिए जहां बाद में सेमेस्टर सिस्टम लागू किया गया था वहीं SOL में अभी भी एनुअल सिस्टम है. फिलहाल SOL में सेमेस्टर लागू नहीं होगा लेकिन कोर्स में बदलाव किए जाएंगे.