हमारे देश या फिर कहें कि पूरी दुनिया में बनने वाली फिल्में हमें कई बार दूसरी दुनिया की लगती हैं. हालांकि वह बहुत हद तक हमारे आस-पास के किरदारों से ही प्रेरित होती हैं.
हमारी पसंदीदा फिल्म '3 इडियट्स' में आमिर खान का किरदार वास्तविक दुनिया में सोनम वांगचुक से प्रेरित है. उन्हें हाल ही में रोलेक्स अवॉर्ड के लिए चुना गया है. सोनम ऐसे बच्चों और युवाओं को मौका देने के लिए चर्चित हैं जिन्हें तमाम प्रतिभाओं के बावजूद मौके नहीं मिल पाते. वे दूसरों के सपनों पर काम करने का काम करते हैं.
वे नए बच्चों और युवाओं के साथ करते हैं काम...
सोनम खुद एक इंजीनियर हैं और लद्दाख के इलाकों में पिछले 20 वर्षों से कार्यरत हैं. वे स्टूडेंट एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख (SEMCOL) के नाम से मूवमेंट चला रहे हैं. हो सकता है कि आपको अब आमिर के फुनसुख वांगड़ू नाम रखे जाने की वजह समझ आ गई हो.
जम्मू कश्मीर के पाठ्यक्रम में ला रहे हैं सकारात्मक बदलाव...
सोनम का मानना है कि असल बदलाव के लिए स्कूल के पाठ्यक्रमों में बदलाव की आवश्यकता है. इसके अलावा वे सिस्टम से नकार दिए गए स्टूडेंट्स को अपने यहां जगह देते हैं. उन्होंने ऐसे लगभग 1000 स्टूडेंट्स (युवाओं) को एक प्लेटफॉर्म पर लाने का काम किया है. वह उन्हें वॉलंटियर बनाकर स्वयं काम करने के लिए प्रेरित करते हैं. उन्होंने इस मकाम को पाने के लिए भारी मुश्किलों का सामना किया है.
उनकी कहानी बहुतों के लिए प्रेरणा...
हम या आप फिल्मों में चाहे जितने ही आभासी किरदार देख लें लेकिन हमें अधिक प्रेरित वास्तविक किरदार ही करते हैं. जो हमारी तरह दिखते हों. हमारी तरह तमाम झंझावतों से जूझ रहे हों. सोनम वांगचुक भी ऐसे ही इंसान हैं. अब जब कि रोलेक्स जैसी कंपनी जो अपने सटीक समय के लिए जाना जाता है तो इस अवॉर्ड की महत्ता और भी बढ़ जाती है.