इंसान से पहले आज ही चंदा मामा पर पहुंचे थे इंसानी जुनून के निशान और हमें मिली नायाब जानकारी...
1. इंसान का बनाया पहला सोवियत स्पेसक्राफ्ट लूनाख् साल 1959 में 14 सितंबर को चांद की जमीं पर उतरा था.
2. 11500 मील प्रति घंटे की रफ्तार से सफर तय करने के बाद, चांद पर उतरते समय यह क्रैश हो गया था.
3. चांद पर पहुंचने के लिए लूना 2 रूस का छठवां प्रयास था, इनमें शुरुआती 3 प्रयास उड़ान के वक्त असफल रहे और लूना 1 चांद के करीब से गुजर सका.
4. चांद की जमीं पर उतरने से पहले ये 36 घंटे तक उड़ता रहा.
5. क्रैश होने से पहले इस यान से दो महत्वपूर्ण जानकारियां मिली. पहली की न तो चांद पर चुंबकीय प्रभाव है और न ही वहां सौर हवा मौजूद है.