सेंट स्टीफंस कॉलेज के संविधान को संसोधन करने का मुद्दा गरमाता ही जा रहा है. कॉलेज के कुछ पुराने स्टूडेंट्स का मानना है कि प्रिंसिपल वॉल्सन थंपु का रवैया तानाशाहपूर्ण है.
इस बारे में कॉलेज के पूर्व छात्र और सांसद कीर्ति आजाद ने कहा है कि वह इस मुद्दे को प्रश्नकाल के दौरान संसद में उठाएंगे. उनका मानना है कि अगर शिक्षक अपने गवर्निंग बॉडी को चुनते हैं तो उसमें कुछ भी गलत है.
आजाद के अलावा प्रदेश कांग्रेस की प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने भी कॉलेज के मौजूदा हालत पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि वे सेंट स्टीफंस की छात्रा रही हैं और उन्हें इस बात पर गर्व है. लेकिन कॉलेज का मौजूदा माहौल ठीक नहीं है क्योंकि कोई छात्र ई-मैग्जीन निकालता है तो उसे प्रतिबंधित कर दिया जाता है.
कई दूसरे पुराने स्टूडेंट कह रहे हैं कि 102 साल पुराने इस कॉलेज में सब कुछ ठीक चल रहा है तो संविधान बदलने की क्या जरूरत है. कॉलेज के पूर्व स्टूडेंट्स ने शुक्रवार को कंस्टीट्यूशन क्लब में प्रेसवार्ता किया था.