'तनु वेड्स मनु' और 'रांझणा' के साथ दर्शकों के दिलों में जगह बनाने वाली स्वरा भास्कर ने 'इंडिया टुडे एजुकेशन समिट' में इस बात को माना कि हर कोई दीपिका या शाहरुख नहीं बन सकता लेकिन हर किसी को अपने ढंग से मेहनत करनी चाहिए.
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बॉलीवुड जब थिएटर को मौका देगा तभी तस्वीर बदलेगी. यही नहीं, उन्होंने मजाक में यह भी कह दिया कि वे भी शाहरुख खान बनना चाहती हैं.
उन्होंने बताया कि मुंबई में जब पहली बार आईं तो घर से सामान लेकर ऐसे निकलीं जैसे अपने दहेज का सामान लेकर निकली हों. उन्होंने कहा, 'मैं अपना सारा सामान लेकर यहां पहुंची और मैं किसी गांव वाले की तरह यहां पहुंची थी. पहली बार मुंबई आने पर वहां की भीड़ आपको चांटा मारती लगती है.' लेकिन अब उन्हें बॉलीवुड में छह साल हो चुके हैं.
उन्होंने कहा कि हालांकि उनके माता-पिता ने दोनों भाई-बहन को कभी कुछ करने से नहीं रोका फिर भी जब उन्होंने पेरेंट्स को फिल्मों में जाने के बारे में भी बताया तो उन्होंने उनका साथ दिया. उस समय कास्टिंग काउच का एक मामला अखबार में आया तो वे डर गए, लेकिन फिर भी मना नहीं किया.
स्वरा भरतनाट्यम में पारंगत हैं. उन्होंने यह भी कहा कि उनके फिल्मी करियर की शुरुआत भोपाल से हुई थी और पहली फिल्म की शूट भोपाल में ही हुई थी. लेकिन फिल्म रिलीज नहीं हुई और इस संदर्भ में माना कि सिर्फ फिल्म शूट करना ही नहीं बल्कि रिलीज कराना भी एक संघर्ष है.