जर्मनी की लीपजिग यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर शिकिन्जर ने भारत के एक स्टूडेंट को भारत में हो रहे बलात्कारों की वजह से इंटर्नशिप देने से इंकार कर दिया. इससे पहले कि मामला तूल पकड़े भारत में जर्मनी के राजदूत श्टाइनर ने प्रोफेसर को कड़े शब्दों में चिट्ठी लिखी.
प्रोफेसर ने ईमेल में लिखा कि मैं इंटर्नशिप के लिए किसी भारतीय छात्र को स्वीकार नहीं करती. हमने भारत में रेप की समस्या के बारे में काफी सुना है, जिसे मैं बर्दाश्त नहीं कर सकती. मेरे ग्रुप में कई छात्राएं हैं. मुझे लगता है कि यह ऐसा व्यवहार है जिसे मैं सहन नहीं कर सकती.
मामले का पता चलते ही हरकत में आए जर्मनी के राजदूत ने प्रोफेसर को कड़े शब्दों में पत्र लिखकर विरोध जताया और लिखा कि मुझे पता चला है कि आपने एक भारतीय स्टूडेंट को यह कहते हुए इंटर्नशिप देने से मना किया है कि भारत में रेप की समस्या है. मैं इसका विरोध करता हूं. रेप भारत में ही नहीं जर्मनी समेत दुनिया के दूसरे देशों के लिए भी एक गंभीर समस्या है.
जर्मन दूतावास की वेबसाइट के मुताबिक राजदूत की चिट्ठी के बाद प्रोफेसर ने माफी मांगी औऱ लिखा कि मुझसे गलती हो गई है. मैंने जिस किसी की भावनाओं को चोट पहुंचाई हो, मैं उनसे माफी चाहती हूं.