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हादसे का शिकार होने के बावजूद हासिल किया 10 CGPA मार्क्स

अगर कुछ करने की चाह हो, तो बाधाएं उसे रोक नहीं सकती हैं. इसे फिर साबित कर दिखाया है डीपीएस की स्टूडेंट श्रण्या घोरई ने.

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अगर कुछ करने की चाह हो, तो बाधाएं उसे रोक नहीं सकती हैं. इसे फिर साबित कर दिखाया है डीपीएस की स्टूडेंट श्रण्या घोरई ने. परीक्षा देने से 30 मिनट पहले सड़क हादसे का शिकार होने वाली श्रण्या घोरई ने सीबीएसई की 10वीं की परीक्षा में 10 सीजीपीए मार्क्स हासिल किए हैं.

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हादसे के बाद श्रण्या ने अस्पताल जाने और इलाज करवाने से इनकार कर दिया था. उन्होंने सिर्फ दांई आंख पर बैंडेज लगाया और गणित की परीक्षा देने चली गईं. बाद में उन्हें 10 टांके लगवाने पड़े.

रांची के दिल्ली पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाली श्रण्या ने बताया, ' खून बहना कम नहीं हो रहा था मगर मैं अपनी परीक्षा छोड़ना चाह रही थी इसलिए मैंने पूरा प्रयास किया कि मैं परीक्षा दे सकूं.'

इस दुखद घटना के बारे में बताते हुए श्रण्या ने कहा कि गणित परीक्षा के दिन सुबह 9:50 मिनट पर उनकी कार रोड डिवाइडर से टकरा गई, जिसके कारण वह बाहर गिर गई. डिवाइडर से उनकी आंख और चेहरे पर काफी चोट लगी.

श्रण्या के माता-पिता बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में प्रोफेसर हैं. उनकी मां अंजना प्रधान ने बताया, 'मुझे हादसे के बारे में पता चला तो मेरे आंखों से आंसू नहीं रुक रहे थे. लेकिन श्रण्या ने मुझे कहा कि मैं उसके बारे में चिंता न करू.  उसने मुझसे कहा कि मुझे परीक्षा देने दो.'

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श्रण्या की सफलता से खुश होकर रांची डीपीएस की प्रिंसिपल राम सिंह ने कहा कि श्रण्या की कहानी यह साबित करती है कि आपके पास अगर कुछ पाने की लगन है, तो कुछ भी हासिल किया जा सकता है.

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