कोटा के कोचिंग में इंजीनियरिंग या मेडिकल की तैयारी कर रहे स्टूडेंट के आत्महत्या करने का सिलसिला नहीं रुक रहा है.
24 दिसंबर को भी एक 18 साल के स्टूडेंट ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया. स्टूडेंट का नाम सुमेर राम था और वह नागपुर का रहनेवाला था. सुमरे यहां प्री-मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी कर रहा था. गुरुवार के शाम में वह अपने कमरे में फांसी से लटका हुआ पाया गया था. दो दिन पहले भी किसान के एक बेटे ने इसी तरह कोटा में फांसी लगा लिया था.
सुमेर ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है, 'मम्मी, मुझे माफ कर देना, मैं आपको छोड़ कर जा रहा हूं, मैं आपके साथ हमेशा रहूंगा. मुझे याद मत करना. पापा, आपने मेरी पढ़ाई पर काफी खर्चा किया और कभी मुझे इसके लिए प्रताड़ित नहीं किया, आपने मुझे काफी रुपये दिए. भाई, मम्मी का ख्याल रखना, मुझे किसी चीज की जरूरत नहीं है तुमसे, लेकिन कृप्या मम्मी-पापा का ख्याल जरूर रखना. मैं तुम्हारे साथ हमेशा रहना चाहता था लेकिन....मैं अगले जन्म में वापस आउंगा'.
इस साल कोचिंग के इस शहर में कुल 29 स्टूडेंट ने आत्महत्या किया, जिनमें से 17 ऐसे थे जो एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी कर रहे थे. जिले के प्रशासन ने कोचिंग के लिए कई गाइडलाइन जारी किए हैं लेकिन उसका कोई असर फिलहाल नहीं दिख रहा है.