पढ़ाई करने के बाद अच्छी नौकरी ना मिलना आम समस्या हो गई है. अच्छी नौकरी के अभाव में युवाओं ने दूसरे विकल्प तलाशने शुरू कर दिए हैं, जिसमें वो अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. ऐसा ही कुछ किया बिहार शरीफ के रहने वाले कुमार पुरुषोत्तम ने और आज वो नौकरी छोड़ खुद के व्यापार से अच्छा पैसा कमा रहे हैं. दरअसल पुरुषोत्तम ने कृषि में स्नातक किया और उसके बाद उन्हें नौकरी मिली, जहां वो हर महीने 15 हजार रुपये तक कमा रहे थे. लेकिन वो अपनी इस नौकरी से परेशान थे.
योर स्टोरी के अनुसार, वे खूब पढ़े-लिखे थे, लेकिन नौकरी मिलना आसान काम नहीं था. कुमार पुरुषोत्तम को लगा कि लागत और कमाई, दोनों की दृष्टि से एक काम जो उनके लिए सबसे मुफीद रहेगा, वह उर्वरक बनाना. जानकारी प्राप्त करने के बाद दो महीने वर्मी कम्पोस्ट बनाने का प्रशिक्षण लिया. इस दौरान अपने उत्पाद के प्रबंधन और बाजार की बारीकियां भी उन्होंने सीख लीं.
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उसके बाद उन्हें पैसे की जरूरत पड़ी ताकि बिजनेस खड़ा कर सकें. जोड़-जुगाड़ कोशिश से उन्हें सब्सिडी के साथ बीस लाख रुपए लोन के मिल गए. इसके बाद वह रांची में ही वर्मी कम्पोस्ट बनाने लगे. गोबर में सड़े हुए पत्ते और केंचुए मिलाकर उनके यहां वर्मीकम्पोस्ट तैयार की जा रही है. इन दिनो उनके ढाई-तीन सौ टन वर्मी कम्पोस्ट हर साल तैयार हो जाती है.
प्रोडक्शन मशीन की यूनिट का विस्तार कर उनका लक्ष्य पांच सौ टन सालाना का है. अपनी सफलता से उत्साहित कुमार पुरुषोत्तम सैकड़ों अन्य लोगों को भी ऐसी फैक्ट्रियां लगवा चुके हैं. उनकी अपनी कंपनी का सालाना टर्न ओवर लगभग 90 लाख रुपए तक पहुंच चुका है. अब कुमार पुरुषोत्तम वर्मीकम्पोस्ट खाद बनाकर हर महीने लाखों रुपए कमा रहे हैं और लोग इस व्यापार से अच्छा पैसा कमा सकते हैं.