scorecardresearch
 

पढ़ाई के लिए नहीं थे पैसे, फिर ये काम शुरू कर कमाने लगा लाखों

जब किसी काम को करने का जज्बा हो तो आप कई परेशानियों को दूर करते हुए अपने लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं. ऐस बात को सच साबित करती है मध्य प्रदेश के इंदौर के रहने वाले अर्जुन सोलंकी की कहानी.

Advertisement
X
फोटो साभार- ICICI वीडियो
फोटो साभार- ICICI वीडियो

Advertisement

जब किसी काम को करने का जज्बा हो तो आप कई परेशानियों को दूर करते हुए अपने लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं. ऐस बात को सच साबित करती है मध्य प्रदेश के इंदौर के रहने वाले अर्जुन सोलंकी की कहानी. दरअसल अर्जुन जब 14 साल के थे तो उनके पिता का देहांत हो गया था और उनकी मां को उनका भरण पोषण करना पड़ा. परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से उन्हें पढ़ाई पूरी करने में मुश्किल हुई और उन्होंने बीच में ही अपनी पढ़ाई छोड़ दी.

अपनी मां के साथ अर्जुन ने भी परिवार के भरण पोषण के लिए काम करना शुरू कर दिया. वेबसाइट योर स्टोरी के मुताबिक उन्हें एक बार आईसीआईसीआई बैंक की ओर से  पेंट एप्लिकेशन टेक्निक का फ्री में कोर्स करने का मौका मिला और उन्होंने वो कोर्स किया, जिसके बाद उनकी जिंदगी बदल गई. यह कोर्स करने का मौका उनके भाइयों के पास भी था, लेकिन वो इसके लिए अपना काम नहीं छोड़ सकते थे.

Advertisement

रोहन मोरे हैं पहले एशियाई, जिन्होंने ये चैलेंज पूरा कर रचा इतिहास

अर्जुन ने तरह-तरह के पेंट्स, उसके उपयोग के बारे में सीखा और आम पेंट की समस्याओं के बारे में जाना और फाइनेंस को मैनेज करने के साथ साथ कम्युनिकेशन के बेसिक्स के बारे में भी जाना. उसके बाद उन्हें सफलता हाथ लगती रही. कोर्स खत्म होने के बाद उन्होंने कुछ दिन पेंटिंग करने के क्षेत्र में ही नौकरी की फिर उसके बाद उन्होंने खुद ही पेंटिंग का ठेका लेना शुरू कर दिया.

बिना पैरों के जन्मी थी ये लड़की, अब ऐसे करती है लाखों रुपये की कमाई

अब अर्जुन पेंटिंग के कॉन्ट्रेक्टर के रूप में लाखों के प्रोजेक्ट्स लेते हैं. अपने परिवार का ध्यान रखने के साथ, वह अपनी कमाई का उपयोग उसके गांव के युवाओं की मदद करने में खर्च करते हैं.

Advertisement
Advertisement