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पढ़ाई बीच में छोड़ ऐसे बना करोड़पति, CBI की भी करता है मदद

कहा जाता है कि ज्यादा पढ़ाई करने से ही व्यक्ति सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचता है, लेकिन आज हम एक ऐसे शख्स के बारे में बात कर रहे हैं जिसने स्कूल के दौरान ही पढ़ाई छोड़ दी थी.

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त्रिशनीत अरोड़ा
त्रिशनीत अरोड़ा

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कहा जाता है कि ज्यादा पढ़ाई करने से ही व्यक्ति सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचता है, लेकिन आज हम एक ऐसे शख्स के बारे में बात कर रहे हैं जिसने स्कूल के दौरान ही पढ़ाई छोड़ दी थी. इस शख्स का नाम है त्रिशनीत अरोड़ा, जो साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट हैं. हाल ही में उन्हें फोर्ब्स की 'एशिया 30 अंडर 30' में आ गया है. 25 साल के त्रिशनीत अरोड़ा खुद की साइबर सिक्योरिटी फर्म टीएसी के सीईओ हैं.

चंडीगढ़ स्थित टीएसी सिक्योरिटी के पांच सौ से ज्यादा क्लाइंट हैं. कंप्यूटर की पढ़ाई किए बगैर ही त्रिशनीत ने इथिकल हैकिंग में खुद को स्थापित कर लिया और अब उनके 500 से ज्यादा देशी-विदेशी क्लाइंट्स में चार देशों की सरकारें भी शामिल हैं. चुनाव आयोग, सीबीआई, पंजाब पुलिस, गुजरात पुलिस, रिलायंस इंडस्ट्रीज और पेमेंट गेटवेज का सिक्योरिटी एसेसमेंट भी त्रिशनीत के हवाले है.

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फोर्ब्स की सूची में नाम आने पर खुशी जाहिर करते हुए त्रिशनीत ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा कि साइबर सिक्योरिटी में रोज नई चुनौतियां सामने आती हैं. जैसे-जैसे कंप्यूटर नेटवर्क बढ़ रहा है, इसके हैक होने के खतरे भी बढ़ रहे हैं. फिलहाल टीएसी सिक्योरिटी अपने विस्तार में लगी हुई है. इसके लिए उसे बाजार के दिग्गज निवेशकों का भी साथ मिल रहा है. फोर्ब्स में नाम आने के लिए त्रिशनीत का नाम 2000 प्रविष्टियों में से चुना गया है. उन्हें एंटरप्राइज टेक्नोलॉजी कैटेगरी में "एशिया 30 अंडर 30" चुना गया है.

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फोर्ब्स के जजों में भारत से इनफोसिस के एस.डी. शिबूलाल और चाइना रेनेसां के एमडी माइकल डू जैसे दिग्गज शामिल हैं. त्रिशनित अरोड़ा का कहना है कि बचपन से ही उन्हें कम्प्यूटर में रुची थी. ज्यादातर समय उनका वीडियो गेम खेलने में ही जाता था. देर तक कम्प्यूटर में बैठने पर उनके पिता को काफी टेंशन होती थी और वो रोज कम्प्यूटर का पासवर्ड बदल दिया करते थे. लेकिन त्रिशनित रोज पासवर्ड को क्रेक कर दिया करता था. इस चीज को देखकर उनके पिता भी प्रभावित हो गए और नया कम्प्यूटर लॉकर दे दिया. एक वक्त ऐसा आया जिससे उनकी जिंदगी बदल गई.

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