वैसे तो इन दिनों सुशील कुमार के बारे में काफी-कुछ कहा और लिखा जा रहा है. उनके ओलंपिक में जाने और न जाने को लेकर खबरों का बाजार गर्म है लेकिन इस बात से शायद ही कोई असहमत हो कि वे भारतीय इतिहास के सबसे अहम् एथलीटों में से एक हैं.
1. सुशील विश्व चैंपियनशिप FILA 2010 की 66 किलोग्राम फ्री स्टाइल प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं.
2. वे साल 2008 और 2012 ओलंपिक खेलों में लगातार दो मेडल जीतने वाले इकलौते भारतीय खिलाड़ी हैं.
3. वे 14 साल की उम्र से ही छत्रसाल स्टेडियम अखाड़ा में कुश्ती का प्रशिक्षण ले रहे हैं.
4. उन्हें साल 2009 में राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से नवाजा जा चुका है.
5. सुशील कहते हैं कि वे किसी भी शराब ब्रांड का प्रचार नहीं करेंगे जिससे युवाओं में कोई गलत संदेश जाए. वे खेल की परंपरा को पैसे से ऊपर रखते हैं.